माँ
माँ इक ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही
मन में प्रेम की कल्पना उठ जाती है
माँ जीवन का आधार है माँ मेरी
ताकत और माँ ही मेरी पहचान है
माँ से बड़ा इस दुनिया में कोई रिश्ता
नही माँ दुःख में भी रहकर खुश होने
का दिखावा करती ताकि हम
खुश रह सके माँ पवित्र स्थल जैसे है
उन्होंने हमें इस काबिल बनाया हमे
अच्छे और बुरे की समझ हो सके
माँ जीवन की धारा है माँ की छवि से
कल्पित मैं निच्छल प्रेम जो पाया.
- Vikram Mishra
vikrammishra064@gmail.com
Nice ...
ReplyDeleteKeep writing
bahut pyara
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